उप-प्रमुख के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में एक बैठक हुई। नौ में से छह सदस्य उस बैठक में मौजूद थे। जिसमें मीना देवी की कुर्सी बचाई गई।