बिहार राज्य के जमुई ज़िला के बरहट प्रखंड से आशुतोष की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मनीष कुमार से हुई ,ये कहते कि परिवार की मानसिकता जैसे बेटी पराया धन होती है तो जल्दी से उनकी शादी करवा दी जाए , इस कारण बाल विवाह बढ़ा है। नई युग ,प्रचलन , नई संस्कृति के प्रेम विवाह के कारण परिवार वाले डरे रहते है ,इस कारण वे बेटियों की शादी करवाने की सोच रखते है।शिक्षा और संस्कार में अंतर है। महिलाओं को मार्गदर्शन तो दिया जा रहा है पर संस्कार नहीं दिया जा रहा है। अभी जो शिक्षा ग्रहण किया जा रहा है जिसमे संस्कार को नहीं जोड़ा गया है। पढ़े लिखे व्यक्ति भी अपने माता पिता को वृद्धा आश्रम में रखते है। संस्कार की कमी ही आज कल के लोग को गलत दिशा में ले जा रही है। पहले के मुकाबले भ्रूण हत्या कम हुआ है ,कुछ ही प्रतिशत लोग है जो भ्रूण हत्या करते है। इसकी वजह है बेटियों को न चाहना। भ्रूण हत्या में परिवार का हर एक सदस्य दोषी होता है।