बिहार राज्य के गिद्धौर ज़िला के कोलूवा पंचायत से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नागमणि कुमार से हुई। ये बताते है कि महिला को ऊपर उठाने और बढ़ाने के लिए महिलाओं में जागरूकता लाना होगा साथ ही महिला की शिक्षा में जोर देना होगा क्योंकि शिक्षित होने से ही महिला अच्छे से आगे बढ़ेगी। जहाँ तक आत्मनिर्भर बनाने की बात है तो देखते है कि समाज में महिला दब कर रहती है ,संकुचित भावना और दायरा से जुड़ी है ,जब तक महिला को प्रेरणा व सहयोग नहीं मिलेगा तब तक वो कोई मुख्य धारा से नहीं जुड़ सकती है। महिलाओं को सरकार की योजना को लेकर जागरूक करना है और सहयोग दे कर उन्हें बढ़ाना है ,जिससे वो आत्मनिर्भर बन सके। वो अपना रोजगार खुद करने में सक्षम हो जाए। समाज में महिला से कई बातों पर उम्मीद रखा जाता है लेकिन बहुत बातों पर महिला को पीछे कर दिया जाता है और देखा जाता है कि पुरुष वर्ग को आगे बढ़ाने में लगे रहती है। ये समाज के लिए उचित नहीं है। समाज की सोच को बदलना होगा और दायरा बढ़ाना होगा ताकि महिला भी आगे बढ़ सके। अगर सरका महिला के लिए कुछ कर रही है तो पुरुष वर्ग और समाज को भी इसमें सहयोग करना चाहिए। इसी से ही महिला गरीबी चक्र से निकल पाएगी। और जहाँ बात आती है भूमि अधिकार की ,वो तो महिला को पति के मृत्यु के बाद मिलती ही है तो समाज को इस पर विघ्न नहीं डालना चाहिए। महिला का हक़ को लेकर गुमराह नहीं करना चाहिए ,खुले विचार से महिला पर ध्यान देना चाहिए। शिक्षित महिला अन्य महिला को उनके अधिकार के लिए प्रेरित कर रही है लेकिन कई महिला आंतरिक रूप से अपने पिता की संपत्ति में अधिकार चाहती है और यही बात को पकड़ कर महिला को गलत समझा जाता है। लेकिन यह वास्तविकता नहीं है। महिला की सम्मान अगर समाज में होगा तो महिला का विकास होगा। अन्य लोगों का भी विकास होगा और मानसिकता में बदलाव आएगा। इससे समंजस्यता के साथ समाज आगे बढ़ सकता है