गिद्धौर प्रखंड अंतर्गत रतनपुर पंचायत के बना दी गांव निवासी नरेंद्र पाठक जी बता रहे हैं कि यह दिल्ली में एक गुटखा कंपनी में काम करते हैं जहां इसे 12 घंटे काम लिए जाते हैं और मात्र 8 से ₹9000 प्रतिमा दिए जाते हैं उसके बाद भी अगर कंपनी में काम अधिक होता है तो मजदूर को रोक कर रखा जाता है अगर अधिक रात में कंपनी से जब निकलते हैं तो कभी-कभी ऐसा भी होता है कि डेरा जाने के लिए बस नहीं मिलता है तो वैसी स्थिति में भूखे पास से कंपनी में जाकर सोना पड़ता है