बिहार राज्य के सारण जिला से अजय कुमार जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि गर्मी के दिनों आगजनी की घटनाएं बहुत से लोगों को बेघर कर देती है। खासकर घास-फुस के घरो में जहां लकड़ी के चूल्हे जलते है।समय समय पर सरकार द्वारा आग की घटनाओ से बचने के लिए उपाय किया जाता है जिनको समाचार पत्रों में भी प्रकाशित किया जाता है पर लोग उनको नजर अंदाज करते है। गर्मी के दिनों में कभी जलते हुए चूल्हे का इस्तेमाल कर नहीं छोड़ना चाहिए वरन उसे पानी डालकर बुझा देना चाहिए। और जब राख फेंके तो अच्छी तरह देख चाहिए कि उसमे कोई चिंगारी तो नहीं बची हुई है।लोगो द्वारा सिगरेट पीने के बाद अकसर वैसे स्थानों पर फेंक दिया जाता है जहां से आग लगने की संभावना होती है। तो लोगो की लापरवाही का ही नतीजा है ये आगजनी की घटनाये।