। त्रिपुरारी बाबू ने जमुई के विकास के लिए जो समर्पित कार्य किया, उसके कारण उनकी मृत्यु के 31 साल बाद भी लोग बिना निमंत्रण उनकी जयंति और पुण्यतिथि पर बड़ी संख्या में श्रद्धा के फूल चढ़ाने आते हैं। त्रिपुरारी बाबू जमुई से चार बार विधायक रहे। वे दो बार विधान परिषद सदस्य रहे। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर के मुख्यमंत्रीत्व काल में कैबिनेट मंत्री के रूप में काफी काम किया। उनके कार्यकाल में जिले के गांवों में सड़क बिजली, ¨सचाई की गढ़ी डैम जैसी योजनाएं प्रारंभ हुई। वे समाजवादी आंदोलन के अगुआ तथा पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जयप्रकाश नारायण के वे अत्यंत करीबी माने जाते थे। उनकी अगुवाई में 1984 में जमुई के लछुआड़ में जनता पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ। जिसका उद्घाटन पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने किया था। इस अधिवेशन में देश के तब के महान दिग्गज नेता और वर्तमान में दिग्गज तब के युवा नेता के रूप में शामिल हुए थे। इस अधिवेशन में जमुई का नाम पूरे देश में चर्चा में आया वे 1977 में जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे थे वे पूरे जीवन काल में विभिन्न पदों पर रहते हुए भी गरीब गुरबा की लड़ाई लड़ते रहे उन्होंने अपने लिए कुछ अर्जित करने की बजाए लोगों का प्यार और समर्थन पाया। जिसके कारण वे आज भी जन जन के बीच ¨जदा है। वक्ताओं ने कहा कि आज