बिहार राज्य के जमुई जिला सिकंदरा प्रखंड से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के द्वारा कहती हैं की हम सब हमेशा ही दूसरों में गलतियाँ ढुंढते रहते हैं। लेकिन खुद की गलती पर कभी ध्यान ही नहीं देते।दुसरों के अंदर कमी या गलती ढुंढने से बेहतर है,की हम अपने अंदर की कमियों और गलतियों में सुधार करें। हमें बातचीत के दौरान भी अपनी भाषा पर नियंत्रण रखना चाहिए।कई बार हम बात करते समय भी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं,जो हमें नहीं करना चाहिए।जब ये शब्द आदत बन जाती है,और परिजनों के सामने भी निकल जाती है, हमें यह एहसास होता है की हमने गलत शब्द का प्रयोग किया।सही तौर पर विकास तब ही हो सकता है,जब हम मानसिक रूप से एक-दुसरे का सम्मान करना सिखेंगे।