बिहार राज्य के जमुई जिला से विजय कुमार मोबाइल वाणी की जानकारी देते हुए कहते हैं की मुर्गियों की माँग में इजाफा होने से मुर्गी फॉर्म में उनकी ग्रोथ को बढ़ाने और उन्हें बिमारियों से बचाए रखने के लिए एंटीबायोटिक का उपयोग अन्धाधुंध तरीके से किया जा रहा है।जिसका दुष्प्रभाव उस जानवर के सेहत पर तो हो ही रहा है।इसके साथ ही इसे खाने के बाद हमारे शरीर में भी कई तरह की दवाई बेवजह पहुँच रही हैं।जिससे हमे भी कई तरह की बिमारियों का खतरा बढ़ रहा है। सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरमेंट के अनुसार भारत में मुर्गियों में एंटीबायोटिक का उपयोग बहुत अधिक मात्रा में हो रहा है।विशेषज्ञों का कहना है कि एंटीबायोटिक का प्रयोग किसी भी प्राणी को बीमार होने के बाद दिए जाते हैं,ना कि रोग से बचाव और ग्रोथ के लिए