उत्तरप्रदेश राज्य के हमीरपुर ज़िला से तेज़ प्रताप को श्रमिक वाणी के माध्यम से ग्राम मुदोखर के कुछ लोगों ने बताया कि उनके क्षेत्र में कई लोगों ने टीका ले लिया है। टीका लगवाने से समस्या नहीं होती है। लोगों को टीका लेने के बाद कोई समस्या नहीं हुई।

उत्तरप्रदेश राज्य के हमीरपुर ज़िला से तेज़ प्रताप ,श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि कई लोग अफवाहों के कारण टीका नहीं लगवा रहे है। लेकिन सारी अफवाहें गलत है ,टीका लगवाने से कोई समस्या नहीं होती है

उत्तर प्रदेश राज्य के हमीरपुर से तेज परताप श्रमिक वाणी के माध्यम से कह रहें हैं कि, कोरोना से संक्रमण ठीक होने के तीन महीना बाद ये वैक्सीन लिया जा सकता है. और कोरोना वैक्सीन से किसी भी तरह की समस्या नहीं होती यही

उत्तरप्रदेश राज्य के हमीरपुर ज़िला से संवाददाता तेज प्रताप को श्रमिक वाणी के माध्यम से ग्राम रोहटा के रहने वाले श्रोता ने बताया की, लोगो द्वारा अफवाह फैलाया जा रहा है की कोरोना का टीका लगवाने के बाद आप बीमार पड़ सकते है। इस वजह से इन्होने कोरोना का टीका नहीं लगवाया है। हमारे संवाददाता द्वारा इन्हे बताया गया की टीका हमारे लिए बिलकुल सुरक्षित है इसे सभी को लगवाना चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के हमीरपुर ज़िला से संवाददाता तेज प्रताप को श्रमिक वाणी के माध्यम से ग्राम पिपरौंधा के रहने वाले एक श्रोता ने बताया कि इन्होने कोरोना का टीका लगवा लिया है। सभी को टीका लगवना चाहिए टीका हमरे लिए बिल्कुल सुरक्षित है

उत्तरप्रदेश राज्य के हमीरपुर ज़िला से संवाददाता तेज प्रताप को श्रमिक वाणी के माध्यम से एक श्रोता ने बताया की, लोगो द्वारा अफवाह फैलाया जा रहा है की कोरोना का टीका लगवाने के बाद आप बीमार पड़ सकते है। इस वजह से इन्होने कोरोना का टीका नहीं लगवाया है। हमारे संवाददाता द्वारा इन्हे बताया गया की टीका हमारे लिए बिलकुल सुरक्षित है इसे सभी को लगवाना चाहिए

उत्तर प्रदेश राज्य के हमीरपुर से तेज परताप श्रमिक वाणी के माध्यम से कह रहें हैं की कोरोना संक्रमण ठीक होने के तीन माह बाद कोरोना वैक्सीन लिया जा सकता है, और ये एक ही वैक्सीन है जो संक्रमण के बाद या बिना संक्रमण के दिया जाता है

उत्तर प्रदेश राज्य के हमीरपुर से तेज परताप श्रमिक वाणी के माध्यम से कह रहें हैं कि, ग्राम विदोखर के लोगों का कहना है की वे लोग कोरोना वैक्सीन लगवा चुके हैं

उत्तरप्रदेश राज्य के हमीरपुर ज़िला से तेज़ प्रताप ,श्रमिक वाणी के माध्यम से कहते है कि पहले लड़की के चूल्हे में खाना पकाया जाता था तो पर्यावरण को नुकसान पहुँचता था। प्रदुषण तो फैलते थे ही साथ ही लोगों को धुवें से समस्या होती थी। पर जब से लेपीजी रसोई गैस आई तब से लोगों को राहत मिली

उत्तर प्रदेश राज्य के हमीरपुर से तेज परताप श्रमिक वाणी के माध्यम से कह रहें हैं की मौसम में परिवर्तन के काफी सारे कारण हैं, जैसे जंगलों का काटा जाना, सिगरेट या गाड़ियों निकलने वाला धुआँ आदि