दिल्ली एनसीआर श्रमिक वाणी के माध्यम से मोहम्मद शाहनवाज की बातचीत ताहिर से हुई ताहिर गर्म कपड़े रेडी पर बेचते हैं ताहिर बताते हैं कि दो ढाई सौ रुपए भी कमाना बहुत मुश्किल है