दिल्ली एनसीआर के कापसहेड़ा से नन्द किशोर ,श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि लोक आस्था से जुड़ा महापर्व छठ हमे कई सन्देश देता है। पर्यावरण और जल संरक्षण का भी सन्देश देता है। फल ,सब्ज़ी ,बांस से बने बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है जो गाँव के कारीगरों द्वारा ही बनाया जाता है