उत्तरप्रदेश राज्य के बाँदा ज़िला से खेम सिंह, श्रमिक वाणी के माध्यम से बताया कि इनके ग्राम के कुछ बजुर्ग साथियों से बातचीत के दौरान इन्होने बताया कि कोरोना टीका की पहली डोज़ तो ली लेकिन दूसरी डोज़ नहीं लगवाई। क्योंकि उन्हें डर था कि कही बुजुर्ग अवस्था में कोई बीमारी न हो जाए ,उन्हें मृत्यु का डर था। फिर उन समझाया गया ,टीका की जानकारी दी गई। जिसके बाद वो टीका लगवाने को राज़ी हुए