हज़ारीबाग झारखण्ड से नरेंदर कुमार साझामंच के माध्यम से प्रस्तुत कर रहें हैं, स्वतंत्रतादिवस की बधाई देते हुए ये कविता प्रस्तुत कर रहें हैं जिसका शीर्षक है अंधों को दर्पण क्या देना।