कानपूर उत्तरप्रदेश से लज्जाराम साझा मंच के माध्यम से अनुभव सांझा कर रहें हैं, इन्हें मनोहरलाल और रफ़ी जी की डायरी काफी अच्छी लगती है, लेकिन आज की मनोहरलाल की डायरी इन्हें बहुत ही पसंद आई है.