उत्तरप्रदेश राज्य के बदायुँ से अरुण मीना,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम कहते है कि रफ़ी की डायरी काफ़ी बातें सच कहती है और लोगों को जागरूक करती है। जब तक बेरोज़गारी का संक्रमण दूर नहीं होगा तब तक सुखी विश्व का सपना देखा नहीं जा सकता है