झारखण्ड से, डिस्ट्रिक्ट धनबाद से मैं खीरी महतो, बोल रहा हूँ...हम एक गाना गाने जा रहा है...."हो....बाप के कमयईए रे बेटा लागो हो मेवा रे, अपनी कमईया बेट लाग जीतो हवा रे........बाप के कमयईए रे बेटा लागो हो मेवा रे, अपनी कमईया बेट लाग जीतो हवा रे! रोजे-रोजे पिए बेटा दारु और ताड़ी, रोडे-रोडे खाहें बेटा लात, जूता, गारी......रोजे-रोजे पिए बेटा दारु और ताड़ी, रोडे-रोडे खाहें बेटा लात, जूता, गारी...... काहें करहींर बेटा हो...काहें करहीं बेटा सबोसे कलावा रे, आपने कमईया बेट लाग जीतो हवा रे ...अभी तो बेटा घूरे है हीरो-हौंडा गाड़ी, अभी तो बेटा घूरे है रे हीरो-हौंडा गाड़ी, कीनिये पेन्हो रे बेटा बनारसी साड़ी....अइसने दिनों आईतोरे बेटा, बीकतो घरवा रे..... आपने कमईया बेट लाग जीतो हवा रे......बाप के कमयईए रे बेटा लागो हो मेवा रे...आपने कमईया बेट लाग जीतो हवा रे..." साझा मंच. मोबाइल वाणी के लिए मैं खीरी महतो, झारखण्ड से.....डिस्ट्रिक्ट धनबाद! धन्यवाद!