मैं शंकरपाल, झारखण्ड, पलामू से बोल रहा हूँ! मैं साझा मंच मोबाइल वाणी से कहना चाहता हूँ कि सरकार कह रही है है कि जीडीपी गिर गया है लेकिन मैं कहना चाहता हूँ कि जीडीपी कुछ नहीं गिरा है! जो लोग कुर्सी पर बैठे हुए 70000-80000 उठा रहे हैं, उनकी तनख्वाह में कटौती कर के गरीबों को दिया जाय तो जीडीपी बराबर हो जाएगी! क्योंकि कोरोना काल में क्या अमीर क्या गरीब, क्या राजा क्या रंक, क्या कंपनी क्या लेबर, सबके लिए बराबर सत्ता रही है! इसलिए हम लोग पृथ्वी पर जो भी हम लोग भारत देश की संतान हैं, जब तक एक भाव हो कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ना है! जब तक हम इसमें एकता नहीं होंगे, सबके साथ सबका सम्मान नहीं करते हैं, तब तक कोरोना नहीं डरेगा! जब तक भेदभाव रहेगा, तो अंग्रेज़ी वाला शासन है, कोरोना फूट डालेगा और एक-एक को मार डालेगा! इसलिए मैं साझा मंच के माध्यम से भारत सरकार से कहना चाहता हूँ कि जो भी हमारा गरीब वर्ग है, जिसके पास खाने के लिए नहीं है, उनके अकाउंट से पता चल जाएगा कि उसमें पैसा है अथवा नहीं है! उसमे तनख्वाह से कटौती कर के पैसा डाल देने से हमारा जीडीपी बराबर हो जायेगा! सबका हौसला बढ़ जायेगा, हमारे देश की स्थिति पहले की तरह तत्पर हो जाएगी! साझा मंच मोबाइल वाणी से शंकर पाल! धन्यवाद!
