दिल्ली एनसीआर के नोयडा कासना से हमारे संवाददाता रफ़ी ने साझा मंच के माध्यम से सुनीता जी से बातचीत की।इस बातचीत में सुनीता जी ने बताया कि वे जिस कम्पनी काम करती है , वहां महिलाओं से सिरिंच पैकिंग का कार्य कराया जाता है । कंपनी ने शुरू में बताया कि 8 दिन से पहले किसी को भी पैसे नहीं मिलते है। परन्तु बाद में वहाँ कार्य कर रही महिलाओं ने यह बताया कि यहाँ किसी को भी एक महीने के बाद ही पैसे मिलते हैं। इस कम्पनी में 12 घंटे तक काम कराया जाता था और छुट्टी शाम में 7.30 बजे मिलती थी। साथ ही ओवरटाइम काम करने पर कोई पैसे नहीं दिए जाते थे।लेकिन इन्होंने 1 दिन ही काम करने के बाद यहाँ से काम करना छोड़ दिया