बी. के जी भागलपुर , बिहार से कहते हैं कि हमारी वाणी की और से जो स्पस्टीकरण दी गई उससे पता चला कि हमारी वाणी का उद्देश्य क्या है।वे कहते हैं कि इसी तरह से स्पस्टीकरण दिया जाये तो अच्छा होगा और थोड़ा परिवर्तन करने के जरूरत है।
भागलपुर , बिहार से डी. के जी द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में हमारी वाणी की ओर से ऋचा जी ने बताया कि हमारी वाणी विकलांग लोगों के लिए एक मंच है जिसके माध्यम से लोग सवाल पूछ सकते हैं और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं । साथ ही अपनी बात दूसरों तक पहुंचा सकते हैं। हमारी वाणी किसी को रोजगार या पैसे नहीं देता है
भागलपुर , बिहार से डी. के जी हमारी वाणी के अधिकारियों से पूछा है कि अभी तक हमारी वाणी ने कितने विकलांग लोगों को रोजगार दिलाई है ?
बिहार के भागलपुर से डी.के जी ने हमारी वाणी के माध्यम से बताया कि किसी को रिसेप्सनिस्ट की नौकरी के सम्बन्धी जानकारी लेनी हो तो वे इनसे सम्पर्क कर सकते हैं।
बिहार के भागलपुर से डी.के जी कहते है कि ये अभी इंडियन ओवरसीज़ बैंक में काम करते है और सभी विकलांगों से कहना चाहते है कि किसी भी प्रकार के रोजगार से संबन्धित गवर्नमेंट ऑफ इंडिया में बहुत सारे योजना निकाली गई है। इससे सम्बन्धित रोजगार के लिए बैंक से लोन ले सकते हैं और अपने पैरों पर खड़ा हो सकते हैं। किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इनके नंबर पर कॉल करें।
बिहार भागलपुर से गोविन्द कुमार जी हमारी वाणी के मध्यम्स से बताया कि वे शारीरिक विकलांग एवं नेत्रहीन हैं और शिक्षित होने के बावजूद उनको रोजगार नहीं मिल रहा है ,इसकी जानकारी दें।
बिहार के भागलपुर से डी.के जी कहते है कि ये अभी इंडियन ओवरसीज़ बैंक में काम करते है और सभी दृष्टिबाधितों से कहना चाहते है कि किसी भी प्रकार के रोजगार या लोन लेना चाहते है,तो इनके नंबर पर कॉल करें।
बिहार के भागलपुर से डी.के जी कहते है कि ये अभी इंडियन ओवरसीज़ बैंक में काम करते है और सभी दृष्टिबाधितों से इनका कहना है किसी भी प्राइवेट सेक्टर में रोजगार पाने के लिए कंप्यूटर का ज्ञान प्राप्त करना जरुरी है।
बिहार के भागलपुर से डी.के जी कहते है कि ये अभी इंडियन ओवरसीज़ बैंक में काम करते है और सभी बेरोजगार से इनका कहना है कि रोजगार के लिए शिक्षित होना होगा चाहिए,और इसके लिए घर से बहार निकल कर रोजगार ढूँढना होगा। रोजगार के लिए एक दूसरे से संपर्क करना होगा,तभी रोजगार मिल सकता है।
बिहार के भागलपुर से डी.के जी कहते है कि ये अभी इंडियन ओवरसीज़ बैंक में काम करते है और सभी दृष्टिबाधितों से इनका कहना है कि जिन लोगो को रोजगार चाहिए,वे इन्हे कॉल कर सकते है।
