फरीदाबाद से भानु परताप सिंह, एक श्रोता को जानकारी दे रहें हैं की जो जाती प्रमाण पत्र प्रखंड से बनता है वो लाइफ टाइम के लिए बनता है लेकिन इसकी मान्यता नहीं है, और जो प्रमाण पत्र समाज कल्याण से बनता है वो पांच साल के लिए होता है और इसकी मान्यता भी है.