महाराष्ट्र अहमदनगर से गोरक्षनाथ जी ने हमारी वाणी के माध्यम से बता रहे है कि हमारी वाणी विकलांगो को जोड़े रखता है। हमारी वाणी बहुत अच्छा माध्यम है, और एक दूसरे के साथ जुड़ने का अच्छा तरीका है ।
महाराष्ट्र अहमदनगर से गोरक्षनाथ जी ने हमारी वाणी के माध्यम से बता रहे है कि हमारी वाणी विकलांगो को जोड़े रखता है। हमारी वाणी बहुत अच्छा माध्यम है, और एक दूसरे के साथ जुड़ने का अच्छा तरीका है ।