कर्णाटक के बीदर जिले से ताजुद्दीन जी ने हमारी वाणी के माध्यम से बताया कि नेत्रहीन बच्चों को भी पूरी शिक्षा करवानी चाहिए। ताकि वे अपने पैरों में खड़े हो सके