बी. के जी भागलपुर , बिहार से कहते हैं कि हमारी वाणी की और से जो स्पस्टीकरण दी गई उससे पता चला कि हमारी वाणी का उद्देश्य क्या है।वे कहते हैं कि इसी तरह से स्पस्टीकरण दिया जाये तो अच्छा होगा और थोड़ा परिवर्तन करने के जरूरत है।