महाराष्ट्र से शेख मुदिन जी कहते है कि ये नेत्रहीन होते हुए भी ट्रैन में खिलौने बेच कर रोजगार करते है। इनका सभी से कहना है कि एक समस्या को लेकर न बैठे,इनकी तरह रोजगार के अवसर ढूंढे ।