प्रखंड ईचाक,जिला हज़ारीबाग़ से तेज नारायण कुशवाहा जी ने मोबाइल वाणी पर जंगल की कटाई पर आधारित एक लोक गीत प्रस्तुत किया है। इस गीत के माध्यम से उन्होंने यह बताने की कोशिश की है कि जब मनुष्यों द्वारा पेड़-पौधे काटे जाते हैं ,तो पेड़-पौधों को भी इंसानों की तरह ही तकलीफ होती है। अतः पेड़ों की रक्षा हम सभी लोगों को करनी चाहिए। दोस्तों अगर आप भी इनकी तरह पर्यावरण संरक्षण पर अपना विचार या इससे जुड़ी गीत, कविता हमारे साथ बाँटना चाहते हैं, तो मिस्ड कॉल करें हमारा निःशुल्क नंबर -08800097458 पर।