जमशेदपुर, मानगो से जादनाथ गोप जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि लड़कियों की शादी 21 वर्ष के बाद ही करवानी चाहिए, अगर 21 वर्ष से पहले लड़की की शादी करवाई जाती है तो उसकी मानसिक तनाव खो जाती है और उसका बच्चा भी ठीक से विकसित नहीं हो पाता है।इन्होने ये भी कहा है कि बेटियो को पढ़ाना चाहिए और बेटिओं के लिए आरक्षण सिट है ,जो सरकार ने 50 % दिया है। बेटी को बोझ नहीं मानना चाहिए ,बेटी ही समृद्धि सम्मान का अधिकार है। बेटी भी बेटा जैसा ही है और हर सुख-दुःख में मौजूद रहती है। मानगो निवासी गोकुलधर महतो ने अपनी बेटी की शादी 16 वर्ष की उम्र में कर दी ,बेटी अभी ससुराल में नहीं रह पा रही है ,दोनो के बिच तनाव होने के कारण हमेशा लड़ाई हो रही है। असल में लड़के का उम्र 32 और लड़की का उम्र 16 है तो उनके उम्र में अन्तर होने के कारन दोनों संतुष्ट नहीं है। माँ -बाप की ख़ुशी में लड़की अपनी जिंदगी का बलिदान दे देती है,जबकि वो अपने माता-पिता से निवेदन की थी की वो अच्छे से पढ़ेगी।