जिला हजारीबाग,प्रखंड इचाक से तेजनारायण प्रसाद कुशवाहा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की अगर कम उम्र में बच्चियो की शादी हो जाती है,तो उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है । उन बच्चियो को ससुराल में मानसिक प्रताड़ित किया जाता है है जिससे शारीरिक कमजोरी होने लगती है। ऐसी स्थिती में बच्ची को बच्चा हो जाने की परिस्थिती बन जाती है।ऐसी परिस्थिती में उसकी ना शारीरिक विकास हो पाता है ,ना मानसिक विकास और ना ही शैक्षणिक विकास। ऐसे में वह अपना स्वरोजगार और स्वविवेक से कार्य करने में अक्षम रहती है।जहाँ उसका विकास होना है,उसका अंकुर तोड़ दिया जाता है और ऐसे में जहाँ उनका शारीरिक विकास होना चाहिए,वहां उनका शारीरिक विनास हो जाता है