सरिया,गिरिडीह से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर चल रहे एस.के वर्मा जी के विचारो का सम्रथन करते है और कहते है की हमारे वर्मा समाज में अगर किसी के घर में बेटी जन्म लेती है तो वह अपने नसीब को कोसने लगता है.विडम्बना की बात है की आज भी पढ़े-लिखे समाज में ऐसे विचार वाले लोग रहते है.
