जिला दुमका से शैलेन्दर सीन्हा जी झारखण्ड ग्राम वाणी के माध्यम से एक वक्तव्य पेश किया जिसमे इन्होने बताया है कि बाल विवाह के खिलाफ सबसे बड़ा आन्दोलन करने वाले श्री इश्वर चन्द्र विद्या सागर जी का जन्मदिवस आज ही के दिन 26 सितंबर सन 1820 को कोलकाता के मेदिनिनगर में हुआ था। वे समाज सुधारक,शिक्षा शास्त्री तथा स्वतन्त्रता सेनानी थे। इन्होने स्त्री शिक्षा और विधवा विवाह कि वकालत कि थी, उनकी विदिद्ता के कारण ही उन्हें विद्या सागर की उपाधि प्रदान की गयी।