शैलेन्द्र सिन्हा दुमका से बाल विवाह पर झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से वरिष्ठ अधिवक्ता कुमार प्रभात जी का विचार साक्षत्कार के माध्यम से पर्स्तुत कर रहे है जिसमे कुमार प्रभात कहते है की बाल विवाह जो की भारत जैसे जन्शंख्या बहुल देश के लिए एक अपराध के जैसे है इसे किसी भी हाल में बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए।हमारी पूरी कोशिश यह होनी चाहिए की हम बाल विवाह को रोके तभी जनसंख्या रुकेगी।