दुमका से सचिदानंद सोरेन झर्खाद मोबाइल वाणी पर बाल विवाह के बारे कहते है कि समाज में जागरूकता कि कमी जिससे आज भी बाल विवाह कायम है साथ में यह भी कहते है कि हमें गांव-गाँव जाकर लोगों को बाल विवाह के नुकसान के बारे में बताना होगा जिससे लोगों में जागरूकता आ सके,तभी बाल विवाह कम हो सकेगा.
