बोकारो: संदीप कुमार ने जेना मोड़ बोकारो से कहते हैं कि जेना मोड़ स्थित बमरो टांड़ गाँव में एक आंगनबाड़ी केंद्र है जहाँ पर भाषा को लेकर काफी परेशानी होती है जिससे आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति भी कम होती है चूँकि इस केंद्र की सेविका या तो बच्चो से हिंदी में बात करती हैं या फिर खोरठा में जबकि केंद्र में कई बच्चे ऐसे हैं जो सिर्फ संस्थाली समझते है. अत: वे कहते हैं की अगर क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई होती तो बच्चो को समझने में आसानी होती।