जिला लातेहार से बिपिन बिहारी सिंह ने झारखण्ड मोबाइल वाणी को बताया कि यहां जितने भी प्राइमरी स्कुल है उसमे पढ़ाई ठीक से नहीं होती है. क्योकि शिक्षक प्रति दिन स्कुल नहीं आते है. और बच्चे सिर्फ मध्याम भोजन कर घर आ जाते है. स्कुल को सुचारू रूप से चलाने के लिए गराम शिक्षा समितियो एवं प्रबंधन करते है समिति के सदस्यो द्वारा पूछे जाने पर शिक्षक कुछ बहाना बना देते है. मनिका प्रखंड के जानो पंचायत अंतर्गत ग्राम पढना उत्रिन मध्य विधालय में तीन पारा शिक्षक एवं दो सरकारी शिक्षक लेकिन उनमे भी प्रत्येक दिन कोई ना कोई एक शिक्षक अनुपस्थित रहते है. उच्च अधिकारियो द्वारा ग्राम क्षेत्र के स्कुलो में जांच नहीं की जाती है. जिसके कारण शिक्षक मनमानी करते है.