बोकारो: सुमंत कुमार ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि केंदला जंगल में महुवा चुनने वाले लोगो द्वारा आग लगा दी गई है. जिससे छोटे- छोटे पौधे नस्ट हो जाते हैं. जंगलों में आग लगाने का प्रभाव पर्यावरण पर पड़ता है.इतना ही नही इसतरह से वन की कमी भी हो रही है. अत: वनविभाग से अनुरोध है कि इस ओर ध्यान दिया जाए.साथ ही ग्रामीणों को भी ध्यान में रखना चाहिए की इस तरह से जंगलों में आग न लगायें ताकी सभी को शुद्ध वातावरण मिले.