बोकारो: लालचंद महतो ने नावाडीह, बोकारो से झारखण्ड मोबाइल वाणी को बताया कि नावाडीह प्रखंड के टेक गाँव निवासी तेजलाल तुरी की मौत शुक्रवार को को आंध्रपदेश के चितौड़ में सड़क हादसे में हुई. तेजलाल तुरी वहां पर एकेसी कंपनी में पॉवर लाइन का काम करता था. उनकी मौत शुक्रवार को उस समय हुई जब वे अपने एक साथी के साथ ट्रेक्टर के इंजन में बैठ कर सुपरवाईजर के लिए खाना पहुचने जा रहे थे उसी दौरान अपना संतुलन खो गया और गिर गया और गाड़ी के चपेट में आ गए.उनके शव को रविवार को उनके गाँव लाया गया. उनकी मौत के गाँव में मातम का माहौल है. उनके परिवार के लोगो को रो रोकर बुरा हाल है. वे कहते हैं इनके मौत के बाद बोकारो से पिछ्लेर १५ दिनों में तीन पलायित मजदूरों की और एक साल में १० मौतें अन्य प्रान्तों में हो चुकी है.इसमें पिपराडीह के हीरालाल महतो , जागेश्वर महतो का शव होली के कुछ दिन पहले आया था.वहीँ लहिया के गुरुचरण महतो, नारायण पुर के धनेश्वर महतो , मंजुल अंशारी,पिपराडीह के विनोद महतो बंसी के दौलत महतो, दामोदर महतो आदि लोगो की मौत अन्य राज्यों में काम करने के दौरान हो गई है.इन्होने बताया की नावाडीह प्रखंड के कोई भी पंचायत में पजियाँ कराने की सुविधा नही है.एक सर्वे के मुताबिक इस प्रखंड से लगभग ३००० लोग पलायन कर अन्य राज्यों में रोजगार के खोज में प्रत्येक वर्ष निकलते है लेकिन कोई भी पलायित व्यक्ति पजीकरण नही करते हैं.यह भी सरकार के उदासीनता के कारन है क्योंकि पंचायतो में पंजीयन की सुविधा उपलब्ध नही हैं.