रामेश्वर महतो नवाडीह बोकारो से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर बताया की होली पर्व के ख़त्म होते ही कोयल की मीठी आवाज हमें सुनाई पड़ने लगती हैं. पूर्वजो का कहना है की होली से पहले कोयल अपने ससुराल में रहती हैं मगर होली के ख़त्म होते ही अपने मायके में आ जाती हैं तब हमें जाकर कोयल की आवाज सुनने को मिलती हैं.जो हमें याद दीलाती हैं की होली चली गई.