रामगढ़ से डॉ. आशीष ने झारखण्ड मोबाइल वाणी को बताया की 6 मार्च को स्थानीय निवासी जमुना सोनार के ढाई वर्ष के बच्चे उज्जवल कुमार का अपहरण हो गया था जिसका शव १२ मार्च को प्राप्त हुआ जिसे देखर ग्रामीण अन्दोलान को उतारू हो गए. वे प्रशासन की विफलताओं को लेकर सवाल उठा रहे थे. ग्रामीण अपराधियों की गिरफ़्तारी की मांग कर रहे थे. स्थानीय प्रशासन की लापरवाही से वहा के निवासी अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.