बोकारो के कसमार प्रखंड से शेखर सर्वेंदु ने झारखण्ड मोबाइल वाणी पे महिलाओ के मताधिकार के सम्बन्ध में बात की और बताया की झारखण्ड में महिलाओ की शिक्षा की स्थिति बेहतर नहीं हैं.महिलाओ की शिक्षा के लिए सरकार प्रयास कर रही हैं मगर परिणाम नगण्य हैं.पुरुस समाज में महिलाओ को निर्णय लेने की आजादी नहीं हैं जिस कारण वे अपने सारे फैसले के लिए पुरुस समाज पर निर्भर रहना पड़ता है. अगर कोई महिला इसका विरोध करती है तो परिवार का विरोध सहन करना पड़ता हैं. जबकि झारखण्ड के आस पास क्षेत्रो में महिलो को स्थिति अच्छी हैं.