बिहार:पूजा कुमारी गुप्ता नावादा जिला, बिहार से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती हैं कि फतेपुर में एक भी सरकारी विद्यालय नहीं है। गाँव में सरकारी विद्यालय नहीं होने के कारन से बच्चो को काफी दूर जाना पड़ता है। वे कहती हैं कि गाँव में निजी विद्यालय तो है लेकिन वहां गरीब बच्चे नहीं पढ़ पाते हैं।सरकारी स्कुल दूर होने से सबसे अधिक दिक्कत छात्राओं को उठानी पड़ती है क्योंकि जब वे स्कूल जाती हैं,तो उनके साथ रास्ते में छेड़छाड़ किया जाता है और छात्राओं द्वारा इस बात की शिकायत करने पर उन्हें ही दोषी ठहरा दिया जाता है। वे कहती हैं कि अगर लड़कियों की गलती रहती है तो क्या महिलाओं की भी गलती रहती है क्योंकि महिलाओं के साथ भी इस तरह की घटनाएं अक्सर घटती है।अत: प्रशासन से अपील है की इस ओर ध्यान दे और इस गाँव में सरकारी विद्यालय खोलें।