बोकारो,चास से रमेश कुमार मायती झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि हम अपनी सभ्यता संस्कृति को भूलते जा रहे हैं, आजकल जहाँ देखो सभी जगह छेड़खानी,बालात्कार की घटना सुनने को मिलता है, आजकल हमें पिने का पानी मिले या न मिले पर सभी चौक चौराहो पर शराब व नशे की दुकानें मिल जायेगा, बताते हैं कि अगर इसे रोकना है तो हमें अपनी संस्कृति को अपनन होगा हमारी सभ्यता के अनुसार महिलाओ को हमें माँ और बहन के नजर से देखते हैं पर ये सब हम भूलते जा रहे हैं, साथ ही साथ कानून में भी बदलाव करना होगा केवल कानून बनाने से नहीं होता इसका पालन भी होना चाहिए, ऐसी कोई भी घटना को लेकर तुरंत कार्यवाही होना चाहिए जिससे अपराधिओं में डर फैले, और महिलाये कभी ना डरें डटकर सामना करें और अपने देश के इज्जत को बचायें।