बोकारो: बोकारो जिला के नवाडीह प्रखंड से वाशुदेव तुरी ने चन्द्रपुरा में "नेशनल फेडरेशन ऑफ दलित ऑर्गेनाईजेसन" के झारखण्ड के प्रभारी शंकर दास से बातचीत की जिसमे उन्होंने झारखण्ड मोबाइल रेडिओ से बातचीत के दौरान कहा कि झारखण्ड राज्य के गठन को पुरे 12 वर्ष बीत जाने के बाद भी यहाँ के दलित समुदाय उपेक्षा के शिकार हैं। झारखण्ड एक आदिवासी बहुल राज्य है इसके बावजूद दलित समुदाय के शैक्षणिक, आर्थिक एवं ससमजिक विकास के लिए सरकार कोई विशेष ध्यान नही दे रही है। उन्होंने कहा कि यहाँ पर दलित समुदाय के लिए जीने का साधन घटे है जबकि हिंसा बढ़ी है, इन समुदायों के लिए आरक्षण में भी अप्रत्याशित कमी की गई है। आज बच्चे शिक्षा से जुड़ने के बजाये दूर होते जा रहे हैं। इतना ही नही स्कूली छात्रों को जातीय आवासिये बनवाने में भी परेशानी होती है चूँकि उनसे इसके लिए 1932 के खतियान मांगे जाते है जो कि भूमिहीन दलित समुदय के लिए एक बड़ी समस्या हैं और इससे दलित समाज के बच्चों के शिक्षा भी प्रभावित हो रही है।
