जिला दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि बोले दिल की बात कार्यकर्म में घर से दूर रहने वालो की कहानी पर अपनी राय देते है कि कुछ दिनो के लिए गोवा और पांडिचेरी में रहते थे और कुछ दिन के बाद 14 फ़रवरी को बेटी का जन्मदिन आया लेकिन कुछ मज़बूरी के कारन अपनी बेटी के जन्मदिन में शामिल नहीं हो सके वो दिन आज भी याद आती है।