बोकारो से गोपाल कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते है की सरकारी विद्यालयो में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ख़राब हो चुकी है। शिक्षको की यह मनोवृति बन गई है की वे पढ़ाएं या नहीं पढाये उन्हें वेटेन अवश्य ही मिल जायेगा इसलिए वे अपनी जिम्मेवारियो से कोशो दूर है और पठन -पठान में रूचि लेना छोड़ दिया है। जब से सर्व शिक्षा अभियान चालू हुआ है पढाई व्यवस्था और भी निम्न हो गई है शिसक सर्व शिक्षा का मतलब भूल गए है अगर ऐसा ही चलता रहा तो अच्छी नौकरी केवल निजी स्कूलों में पढ़ रहे छात्रो को ही मिलेगा और सरकारी विद्यालय से पढ़े हुए लोग मुर्ख ही रह जायेंगे। लोगो से यह अपील है की वे सामने आकर ऐसी शिक्षा व्यवस्था को सुधारने में अपनी भूमिका अदा करे।