गिरिडीह डुमरी से फारुख अंसारी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की परस नाथ के वनों की सुरक्षा की अवहेलना की जा रही है यह एक पर्यटक स्थल होने के साथ -साथ जैन धर्म का पवित्र स्थल भी मना जाता है परन्तु कुछ असामाजिक तत्व द्वारा इस धरोहर को क्षति पहुचाई जा रही है कुछ दबंग इसमें जान-बुझ कर आग लगा देते है जिस से पेड़ पौधों का नुकसान तो होता ही है साथ ही इसमें रहने वाले पशु-पक्षी भी बेघर हो जाते है और पलायन करने को विवश हो जाते है। झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से वन अधिकारियो को इसकी सुचना देना चाहते है ताकि जंगलो को बचाया जा सके