महेंद्र प्रसाद,बोकारो से वहा के अध्यक्ष का कहना है की उनके गांव के स्कूल में पठन-पाठन की सुविधा इतनी ख़राब है और उनका कहना है की वह कैसे स्कूल चला रहे है वह उनको ही पता है.सरकार न ही पैसे देती है और न ही हड़ताल पर गए शिक्षको की कोई सुनवाई हो रही है और न ही कोई वैवास्था की गयी है.और इनका कहना है की स्कूल को बंद कर दे और बच्चो को छोड़ दे.वैजनाथ राम जी मंत्री है वह कुछ भी नहीं कर रहे है.इसलिए वह कहना चाह रहे है की जल्द से जल्द कोई रास्ता निकाले।