बिहार:कुंती कुमारी यादव झारखण्ड मोबाइल के माध्यम से यह सन्देश दे रही है कि घर में यदि किसी सदस्य को प्रतारित किया जाता है तो वो घरेलु हिंसा है यहाँ तक की इसे रोकने की बात है तो सरकार द्वारा इसे रोकने का कानून बनाया गया है जो कि कारगर नहीं है।कई बार तो पुलिस शिकायत नहीं सुनती है इसे मिटने के लिए टीवी पर सीरियल के मध्यम से मानव मूल्य की बाते दिखाई जाए। नुक्कड़ नाटक के द्वारा यह सन्देश दिया जाए की घरेलु हिंसा अच्छा नहीं है। इससे समाज में शिक्षा जायेगी और लोग घरेलु हिंसा के प्रति शिक्षित होंगे। आत्मनिर्भरता घरेलु हिंसा रोकने में कारगर कदम हो सकता है।