चन्द्रिका प्रसाद,बोकारो से उनका कहना है की झारखण्ड में चल रहे जितने भी सरकारी स्कूल है उनमे कार्य कर रहे पारा शिक्षक स्थाई करम तथा मानदेय बिल को लेकर हड़ताल पर है जिससे झारखण्ड वासियो के बच्चो के पठन-पाठन बाधित हो गयी है और चल रहे मिड डे मिल की जो वयवस्था है वो भी ख़राब है जिससे पुरे झारखण्ड की पठन-पाठन की स्थिति इतनी ख़राब हो गई है की जिस पर झारखण्ड सरकार कोई पहल नहीं कर रही है.और इसके माध्यम से विधायको से अपील है की पारा शिक्षको का जो मुद्दा है इसपर विचार करते हुए सभी पारा शिक्षको का सम्मानजनक मानदेय देते हुए स्थाईकरण करते हुए उनको वापस लाने का काम करे ताकि बच्चो का भविष्य सुधर सके.