दिलीप पोल दुमका से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की हमारा देश आज दहेज़ प्रथा की कुरीति से जकड़ा हुआ है आज शादी की बात में सबसे पहले दहेज़ का जिक्र होता है लडके वाले दहेज़ की लेन-देन पहले ही तय कर ली जाती है लड़की पक्ष द्वारा दहेज़ को अदा करने की शर्त पर ही शादी तय की जाती है और दहेज़ लेने के बाद फिर महिलाओ को प्रताड़ित करते है