जिला पूर्वी सिहभूम से काजल दास झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से बताती हैं कि उन्होंने घरेलु हिंसा मुददा पर काम किया तो देखा की महिला घरेलु हिंसा के बारे में जानती तक नहीं थी,जब गाँव गाँव जा कर उन्होंने अभियान और ट्रेनिंग किया तब उन्होंने देखा की जो महिला हिंसा घर में होता है उसके विषय में महिला बोलने लगी महिलाए चाहती हैं की कानून बने,उस गाँव की मुखिया परोमानी ने महिला हिंसा पर काम किया और बताया की उनके गाँव में प्रखंड स्तर पर महिला पंचायत होना चाहिए तभी जा कर महिला जागरूक होंगी।