पुर्विसिंघ्भुम:काजल दास जो सिंघ्भुम जिला की महिला कार्यकर्ता है जो कि झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानकारी दे रही है कि उनके यहाँ घरेलु हिंसा पर एक बैठक हो रही है जिसमे कानून के अधिकार के बारे में बताया जा रहा है जो कि उनकी गाँव की मुखिया फुलमनी जी उन्होंने अपने अनुभव बाटें और यह बताया की मुखिया होने के पहले वो कुछ भी नहीं जानते थी की घरेलू हिंसा क्या है पर इस मीटिंग या ट्रेनिंग के माध्यम से जान सक रहे है और पहचान रहे है घरेलू हिंसा क्या होता है ? इसके बारे में जो गाँव घर की महिला को हम आज जागरूक कर रहे है।और पहचान करवा रहे है कि घरेलू हिंसा क्या क्या हो सकता है। और हम इसे पंचायत ग्राम सभा के अत्र से सुलझा रहे है और फुलमनी जी बताती है की इन्होने शराब को रोका है जब वो पंचायत प्रतिनिधि के रूप में चुनी गई तो इन्होने जज की सारी समस्या का जड़ है शराब जिसके वजह से घरेलू हिंसा होती रहती है, पिछड़ेपन का कारण भी शराब है। अब हम सारे ग्राम प्रतिनिधि, सहिया,मुखिया सभी कोई मिल कर सभा करते है और लोगो का भी हम आवाहन करते है कि इसमें शामिल हो।